मैं दिमाग में कचरा नहीं रखता
आज के दौर में जहां चार वर्ष के बच्चों को भी कहते सुना जाता है कि मुझे टेंशन है, ऐसे में हंसी के फव्वारे लाना और दुखी आत्माओं को हंसाना कोई छोटी बात नहीं। कोई वक्त ऐसा भी आता होगा जब उनके खुद के शरीर और दिल में दुख का दरिया हिलोरें ले रहा होता […]